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बुधवार, 30 सितंबर 2009

कैसे रुकेंगे हादसे

रविवार की सुबह-सुबह गोरखपुर से दिल दुखाने वाली एक खबर आई. गुलरिहा थाना क्षेत्र में बरगदही गांव के पास ट्रक व जीप में हुई भीषण टक्कर में जवाहर नवोदय विद्यालय महराजगंज के नवीं कक्षा में पढ़ने वाले चार छात्रों और जीप चालक की मौत हो गयी। इसमें विद्यालय के सात अन्य छात्र और एक कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गये हैं। हादसे में घायल एक छात्रा का इलाज निजी चिकित्सालय में चल रहा है, बाकी को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। डाक्टरों ने सभी की हालत गंभीर बतायी है। बालू लदे ट्रक का अगला पहिया टूट कर महिन्द्रा मैक्स से टकरा जाने की वजह से यह हादसा हुआ। नवोदय विद्यालय के छात्र और महराजगंज निवासी राकेश प्रसाद अग्रहरी के पुत्र रंजीत अग्रहरी , यहीं के राममिलन चौरसिया के पुत्र दीपक चौरसिया , संतराम पटेल की पुत्री प्रियंका पटेल (16 वर्ष), सिसवा महराजगंज में रहने वाले बिहार निवासी अशोक कुमार राव के पुत्र आशुतोष राव (16 वर्ष) तथा जीप चालक गोरखपुर निवासी कबीर (30 वर्ष) की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गयी। घायलों में महराजगंज और कुशीनगर के बच्चे तथा कर्नाटक के देवनागेर के जवाहर नवोदय विद्यालय की स्टाफ नर्स बीए रहमान परीदेवी (35 वर्ष) शामिल हैं। जवाहर नवोदय विद्यालय महराजगंज के नवी कक्षा के छात्र इन विद्यालयों में राष्ट्रीय एकता अभियान माइग्रेन क्लास के तहत जुलाई में देवनागर(कर्नाटक) के नवोदय विद्यालय गये थे। यह बच्चे दशहरा व दीपावली के अवकाश पर घर वापस आ रहे थे।

आइये, गोरखपुर से आई इस दुखद खबर की रौशनी में सारे देश में बढती सड़क दुर्घटनाओं की सीमित समीछा कर लेते हैं. आंकडों के मुताबिक भारत दुनिया में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाओं वाला देश है. यहाँ हर एक हज़ार गाड़ियों पर कम से कम ३५ दुर्घटनाएं होती हैं. जबकि विकसित देशों में इतनी ही गाड़ियों पर सिर्फ ४ से ५ दुर्घटनाएं होती हैं. यानि भारत में विकसित देशों के मुकाबले तीन गुना सड़क दुर्घटनाएं होती हैं. एक अनुमान के मुताबिक इनमे से ८० प्रतिशत दुर्घटनाएं इंसानी गलती के कारण होती हैं. हम सब जानते हैं कि भारत में ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करना कितना आसान है. लापरवाही से गाड़ी चलाने की सजा भी बेहद मामूली है. चौराहों पर तैनात पुलिसवाले १०-२० रूपये की रिश्वत लेकर ट्रक- बसों को नो एंट्री ज़ोन में बे-रोकटोक छोड़ देते हैं. अब वक़्त आ गया है कि सरकार इस बारे में कुछ कड़े कदम उठाये.

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