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बुधवार, 30 सितंबर 2009


३२ साल से पूर्वी उत्तर प्रदेश में हजारों मासूमों की मौत का सबब बन रही एन्सेफलाइटिस अब माँ भवानी के हाथों मारी जायेगी. विजयदशमी को जब सारी दुनिया में रावन जलाया जा रहा था तो गोरखपुर के लोग माँ भवानी को अपने खून से चिट्ठयां लिख रहे थे. सूरजकुंड स्थित 'निरामय' चिकत्सालय में नीप के चीफ कम्पेनर डॉक्टर आर.एन.सिंह की अगुवाई में लोगों ने ये चिट्ठियां लिखीं. इस मौके पर डॉक्टर सिंह ने कहा कि पिछले ४ साल में केंद्र सरकार को हजारों चिट्ठियां लिख-लिख कर वे थक चुके हैं इसलिये अबकी बार सीधे माँ से गुहार लगाईं है. उन्हें पूरी श्रद्धा है की माँ उनकी फरियाद जरूर सुनेगी. अपने खून से चिट्ठियां लिखने वालों में डॉक्टर सिंह के अलावा मुख्य रूप से सर्वश्री रामशंकर सिंह, डॉक्टर वीणा सिंह, स्नेह सिंह, डॉक्टर मनीष सिंह, डॉक्टर विस्नुप्रिया सिंह, सुरजीत सिंह, लिटिल सिंह आदि शामिल थे.

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